Earthing in Hindi
Earthing Hindi जिसे ग्राउंडिंग के रूप में भी जाना जाता है, एक विद्युत सर्किट या उपकरण को एक कंडक्टर के माध्यम से जमीन जुडी होती है। जो लिकेज करंट को Earthing कराकर उपकरण को सुरक्षा देता है। What Is Earthing In Hindi | Electrical Earthing In Hindi
Introduction :- आज की टेक्नोलॉजी के इस उन्नत दुनिया में, बिजली ने अपनी महत्वपूर्ण जगा बनाई है, आके मॉडर्न और पुराने भी विभिन्न उपकरणों को बिजली के बीना चलना असंभव हो जाता है। बिजली हम अपने दैनिक जीवन में उपयोग करते हैं।
लेकिन कई-कई बार उपकरणों हुई तकनिकी खराबी के कारण या हमारी हि गलती या जाने-अंजाने में यही बीजली जानलेवा भी साबित होती है। हालाँकि, विद्युत दुर्घटनाओं और उपकरणों के होने वाले नुकसान को रोकने के लिए विद्युत प्रणालियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।
तो इससे बचने के लिए क़ुदरत में एक ऐसी पावर है जो बिजली के कारण होने वाली जान-माल के नुकसान को बचाती है जिसे हम अर्थिंग (Earthing) या ग्राउंड (grounding) कहते है। विद्युत सुरक्षा का एक आवश्यक पहलू अर्थिंग है, जो विद्युत प्रणाली और जमीन के बीच सीधा संबंध बनाने की प्रथा को संदर्भित करता है।
जिसमे, लिकेज करंट-पावर अर्थिंग के जरिये जमीन में जाती है। इस लेख में, हम अर्थिंग की अवधारणा, अर्थिंग क्या होती है और अर्थिंग करना क्यों जरूरी है। और विद्युत सुरक्षा सुनिश्चित करने में इसके लाभों के बारे में विस्तार से जानेंगे। साथ ही earthing कितने प्रकार की होती है और अर्थिंग कैसे की जाती है। ये जानेंगे। तो चलो शुरू हो जाओ! क्यू की Knowledge Helps to Stay on Track
Pipe Earthing Diagram

Earthing kya hai? | अर्थिंग क्या है?
Earthing Hindi, जिसे आम तौर पर ग्राउंडिंग के रूप में भी जाना जाता है या ग्राउंड भी कहते है, एक विद्युत सर्किट या उपकरण को एक कंडक्टर के माध्यम से जमीन से जोड़ने की प्रक्रिया है।
अर्थिंग बनाने के लिए उपयोग किया जाने वाला कंडक्टर-वायर आमतौर पर कॉपर होता है, जिसे कॉपर की प्लेट से जमीन में गहराई तक गड्डा करके केमिकल, कोयले जैसे किसी एक प्रकार के अर्थिंग के बदौलत जमीन में दबी होती है।
जमीन से यह कनेक्शन विद्युत धारा के प्रवाह के लिए एक सुरक्षित मार्ग प्रदान करता है, जिससे बिजली के झटके, आग और अन्य संभावित खतरों का खतरा कम हो जाता है।
जब कभी किसी मशीन या सिस्टम में इलेक्ट्रिकल फाल्ट होता है। तब अर्थिंग की मदद से ही इलेक्ट्रिकल एनर्जी जमीन के अंदर चली जाती है, इस तरह earthing की मदद से इलेक्ट्रिकल उपकरण हमें सुरक्षा मिलती है।
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Earthing करने पर हमे करंट क्यों नही लगता?
आप भी सोचते होंगे की आखिर Earthing करने पर हमे करंट क्यों नही लगता? अर्थिंग ऐसा क्या करलेता है जिससे करंट नहीं लगता है। तो करंट बहने के कुछ नियम होते है। इनमेसे एक नियम ये है, की करंट बहने के लिए हमेशा कम रेजिस्टेंस वाले रास्ते को चुनता है।
हमारी शरीर का रेसिस्टेंट 1000 ohm या उससे भी ज्यादा होता है, परन्तु हम जिस अर्थिंग को करते है उसका रेजिस्टेंस हम 1 ohm से 5 ohm के बीच रखते है, और ये रिकमेंडेड है, जो अर्थिंग 1 ohm से 5 ohm के बिच है उसेही प्रॉपर अर्थिंग कहते है, इससे शरीर को या किस भी कंपोनट को नुकसान नहीं होता।
इसी लिए कभी फाल्ट की कंडीशन या अर्थिंग लीकेज हो भी जाती है, तो करंट हमारी बॉडी जिसका रेजिस्टेंस 1000 ohm होने के कारण उससे ना जाकर 5 ohm की अर्थिंग से निकल जाएगा, जिससे हमको करंट नही लगेगा।

The Purpose of Earthing | अर्थिंग का उद्देश्य
Grounding in Hindi, विद्युत सिस्टम में अर्थिंग का मुख्य उद्देश्य अतिरिक्त और लिकेज विद्युत चार्ज के निर्माण को रोककर सुरक्षा सुनिश्चित करना है। जब कोई विद्युत फॉल्ट होता है, जैसे शॉर्ट सर्किट या बिजली गिरना या लिकेज करंट,
अर्थिंग सिस्टम के माध्यम से अतिरिक्त बिजली को सुरक्षित रूप से जमीन में स्थानांतरित किया जाता है जिसे हम अर्थिंग कहते है। यह व्यक्तियों और उपकरणों दोनों को विद्युत करंट के हानिकारक प्रभावों से बचाने में मदद करता है।
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Advantages of earthing
- Electrical Safety
विद्युत जगत में विद्युत सुरक्षा बनाए रखने में अर्थिंग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उपकरण में ख़राबी कारण फॉल्टी विद्युत धारा या लिकेज विद्युत धारा को जमीन में प्रवाहित करने के लिए एक मार्ग प्रदान कर देती है, ये बिजली के झटके के खतरे को रोकता है। किसी खराबी की स्थिति में, अतिरिक्त धारा को तुरंत दूर कर दिया जाता है, जिससे चोट या क्षति की संभावना कम हो जाती है। - Equipment Protection
उचित अर्थिंग विद्युत उपकरणों की लाइफ और कार्य प्रणाली को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाती है। यह ओवरवॉल्टेज या शॉर्ट सर्किट जैसे विद्युत फॉल्ट के प्रभाव को कम करने में मदद करता है, जो संभावित रूप से संवेदनशील उपकरणों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उपकरण को ग्राउंडिंग करने से, किसी भी अतिरिक्त विद्युत ऊर्जा को सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिया जाता है। - Lightning Protection (बिजली संरक्षण)
अर्थिंग सिस्टम का आसमान से गिरनेवाले बिजली के हमलों की विनाशकारी शक्तियों से बचाने में भी योगदान देती है। जब बिजली किसी इमारत पर गिरती है, तो अर्थिंग सिस्टम विद्युत निर्वहन के लिए एक लौ-रजिस्टेंस वाला रास्ता प्रदान करता है, जो आसमान से गिरनेवाले बिजली को सुरक्षित रूप से जमीन में पोहचाता है। इससे बिजली गिरने से होने वाली संरचनात्मक क्षति और आग के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए किसी बिल्डिंग या ईमारत के ऊपर एक लोहे या किसी मेटल की 2-3 मीटर लम्बे रोड के जरिये एक वायर लगाई होती है, जो निचे अर्थिंग को जुडी होती है। इसके जरिये आसमान से गिरने वाली बिजली बिल्डिंग को या किसी को बिना नुकसान पोहचाते जमीन में अर्थ हो जाती है

Types of Earthing (अर्थिंग के प्रकार)
- Strip and Wire earthing (स्ट्रिप ओर वायर अर्थिंग)
- Rod Earthing (रॉड अर्थिंग)
- Pipe Earthing (पाइप अर्थिंग)
- Plate Earthing (प्लेट अर्थिंग)
- Coil Earthing (कॉइल अर्थिंग)
Strip and Wire earthing- स्ट्रिप ओर वायर अर्थिंग को हम उस जगह करते है जहाँ पर पथरीली जगह होती है(जिस जमीन में ज्यादा पत्थर होते है)। यह अर्थिंग को ट्रांसमिशन लाइन में काफी उपयोग करा जाता है।
Rod Earthing- रॉड अर्थिंग का उपयोग हम उस जगह करते है जहाँ पर बालू रेत होती है, क्योंकि बालू रेत वाली जमीन में मॉइस्चर(Moisture) काफी ज्यादा होता है। इस कारण से हमे बालू रेत वाली जगह पर काफी गहराई तक अर्थिंग करनी होती है। और गहराई ज्यादा होने के कारण हम इस अर्थिंग में रोड का उपयोग करते है, इसलीए इस अर्थिंग को rod earthing कहते है।
Pipe Earthing- पाइप अर्थिंग सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली अर्थिंग होती है, इस अर्थिंग के अंदर हम पाइप का उपयोग करते है। यह अर्थिंग 5 से 10 फीट तक की जाती है।
Plate Earthing- प्लेट अर्थिंग को सबसे अच्छी अर्थिंग कहा जाता है। पावर स्टेशन और सबस्टेशन में plate earthing का ही उपयोग करा जाता है। यह अर्थिंग उस जगह उपयोग की जाती है, जहाँ पर काफी ज्यादा मात्रा में करंट फ्लो होता है (मतलब जिस जगह लोड काफी ज्यादा है)।
Coil Earthing- कॉइल अर्थिंग काफी कम देखने को मिलती है। इस earthing में G.I. वायर से बनी कॉइल का इस्तेमाल किया जाता है, इस अर्थिंग का उपयोग ज्यादातर रेलवे ओर इलेक्ट्रिकल पोल में करा जाता है।
Earthing resistance कितना होना चाहिए
अर्थिंग को हमारी ओर उपकरण की सेफ्टी के लिए उपयोग करते है, अर्थिंग का रेजिस्टेंस जितना कम होगा वह अर्थिंग उतनी अच्छी कहलाएगी। सबसे अच्छी अर्थिंग 0 ओम की होगी पर 0 ओम रखना पॉसिबल नही है।
• पावर प्लांट की अर्थिंग का रेजिस्टेंस 0.5 ohm या इससे कम रखा जाता है।
• सबस्टेशन में अर्थिंग के रेजिस्टेंस को 2 ohm से कम रखा जाता है।
• L.T Pole (1000 वोल्टेज से कम के पोल) पर 5 ओम से कम अर्थिंग resistance को रखते है।
• 1000 volts के ऊपर के इलेक्ट्रिकल पोल (H.T Pole) पर 10 ohm से कम अर्थिंग रेजिस्टेंस को रखा जाता है।
• घर के अर्थिंग का रेजिस्टेंस 8 ohm से कम अच्छा माना जाता है।

How reduce Earthing resistance
हम अर्थिंग के रेजिस्टेंस को कम करने के लिए कुछ तरीके अपनाते है।
1. Maintain Moisture of earth- अर्थ के रेजिस्टेंस को बराबर रखने के लिए हम पानी का उपयोग करते है ओर समय समय पर अर्थिंग पॉइंट में पानी भी डालते है।
2. Increase Contact Area of Electrode- हम अर्थिंग में उपयोग होने वाले इलेक्ट्रोड की मोटाई को बढ़ाकर भी अर्थिंग के रेजिस्टेंस को मेन्टेन रखते है।
3. Use of Salt and Coal in Earthing- जिस जगह हमने अर्थिंग के लिए इलेक्ट्रोड को जमीन में डाल रखा है, वहाँ पर नमक और कोयला को डालने से भी जमीन का रेजिस्टेंस काफी समय तक मेन्टेन रहता है।
4. Increase Depth of Electrode- अगर हम अर्थिंग के समय इलेक्ट्रोड को ज्यादा गहराई तक डालते है। इस तरह भी earth resistance को कम किया जाता है।
5. Use Extra Earthing- अगर यह चारो तरीको को करने के बाद भी अर्थिंग रेजिस्टेंस कम नही होता है, तब हम दो या उससे अधिक इलेक्ट्रोड को जमीन में डालकर अर्थिंग करते है।
Earthing क्या होती है
Earthing , जिसे ग्राउंडिंग के रूप में भी जाना जाता है, एक विद्युत सर्किट या उपकरण को एक कंडक्टर के माध्यम से जमीन जुडी होती है। जो लिकेज करंट को अर्थिंग कराकर उपकरण को और किसी जीवित व्यक्ति या जानवर को सुरक्षा देता है।
Earthing करने पर हमे करंट क्यों नही लगता?
अर्थिंग, जिसे आम तौर पर ग्राउंडिंग के रूप में भी जाना जाता है या ग्राउंड भी कहते है, एक विद्युत सर्किट या उपकरण को एक कंडक्टर के माध्यम से जमीन से जोड़ने की प्रक्रिया है।
जब कभी किसी मशीन या सिस्टम में इलेक्ट्रिकल फाल्ट होता है। तब अर्थिंग की मदद से ही इलेक्ट्रिकल एनर्जी जमीन के अंदर चली जाती है, इस तरह अर्थिंग की मदद से इलेक्ट्रिकल उपकरण हमें सुरक्षा मिलती है।
Earthing resistance कितना होना चाहिए
पावर प्लांट की अर्थिंग का रेजिस्टेंस 0.5 ohm या इससे कम रखा जाता है।
• सबस्टेशन में अर्थिंग के रेजिस्टेंस को 2 ohm से कम रखा जाता है।
• L.T Pole (1000 वोल्टेज से कम के पोल) पर 5 ओम से कम earthing resistance को रखते है।
• 1000 volts के ऊपर के इलेक्ट्रिकल पोल (H.T Pole) पर 10 ohm से कम अर्थिंग रेजिस्टेंस को रखा जाता है।
•घर के अर्थिंग का रेजिस्टेंस 8 ohm से कम अच्छा माना जाता है।
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