Ohm Law In Hindi
ओम का नियम परिभाषा : Om Ka Niyam एक जर्मन के भौतिक (physicist) विज्ञानी जॉर्ज ओम द्वारा विकसित किया गया था, जीनोने अपने सिद्धांत को विकसित करने के लिए कई प्रयोग किए और इस फोर्मिला को बनाया जिसमें उनोने विद्युत सर्किट को छूकर करंट नाप के यह कितना नुकसान पुहंचा सकता है ये भी देखा।
om ka niyam kya hai?
शायद आप भी What is ohm’s Law Definition in Hindi का एक्सपेनशियन इस आर्टिकल में दिया है उम्मीद करते है आपको ये जानकारी पसंद आएगी, ओम का नियम वोल्टेज, करंट और रजिस्टेंस के बीच के संबंध को और वे एक दूसरे से कैसे संबंधित हैं इसे दर्शाने का और एक-दूसरे की वैल्यू से तिसरे की जानकारी लेने का एक फोर्मिला है।
ओम के नियम क्या है, ओम के नियम कैसे काम करता है साथ ही इसका उपयोग कैसे करें। ओम के नियम को समझने का आसान तरीका जानें और ओम के नियम को याद कैसे करे।
Om Ka Niyam formulas
बेसिकली हमें Om Ka Niyam को इस्तेमाल करने के लिए ओम ने 3 फोर्मिले दिए है, और इनको उपयोग करने की आवश्यकता है। इस फोर्मिले को याद करने के लिए ब्लॉग में निचे कुछ टिप्स दिए है जिससे आपको पुरे 3 फोर्मिले याद करने की जरुरत नहीं रहेगी आपको सिर्फ एक चीज याद रखनी है। इससे आप तीनो की सटीक वैल्यू निकाल सकते है।
om ka niyam ka satyapan :
ओम के नियम का चित्र

- Voltage = Current x Resistance
- Current = Voltage / Resistance
- Resistance = Voltage / Current
ओम के नियम को याद करने के लिए कुछ डिफिकल्ट है तो आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है, आपको सिर्फ ओम के लौ की निचे दिए त्रिकोण को ही याद रखने की जरुरत है।
ओम के नियम में आपको बस ऊपर इमेज में दिखाए गए इस क्रम में तीन लेटर को याद रखने की जरूरत है, वोल्टेज (V) करंट (I) रेसिस्टेन्स (R)।
Om Ka Niyam से Voltage कैसे निकलते है।
यदि आपको ओम के लॉ की मदत से किसी एलेट्रिक सर्किट वोल्टेज खोजना है तो, वोल्टेज को V से दर्शाया जाता है तो हमें उस त्रिकोण को याद करना पड़ेगा अगर आपको हर बार याद नहीं भी आता तो आपको सिर्फ त्रिकोण को याद करना है।
Rectifier क्या है और इसके प्रकार
और आपको जो कुछ वोल्टेज (V) करंट (I) रेसिस्टेन्स (R) निकलना है तो उसे त्रिकोण में से हाईड कराकर रहे हुए दो वर्ड का कॅल्क्युलेशन कराकर निकाल सकते है।

मतलब हमे वोल्टेज निकलने के लिए वोल्टेजे के (V) ढाककर निचे बचे करंट (I) को रजिस्टर (R) से मल्टिपल किया जाता है। मतलब V = I x R
शायद आप क्या सोच रहे हैं इसका उत्तर यही होगा, करंट current को (I) अक्षर से क्यों दर्शाया जाता है न कि करंट के लिए current का C या करंट नापने का एकक एम्पीयर (A)।
जरसल करंट की इकाई एम्पीयर या एम्प होती है, एम्पीयर जिसका नाम फ्रांसीसी भौतिक विज्ञानी आंद्रे एम्पीयर के नाम पर रखा गया है। कुछ सौ साल पहले उन्होंने विद्युत प्रवाह की मात्रा को अलग-अलग करने वाले कई प्रयोग किए, इसलिए उन्होंने इसे इंटरसाइट डु करंट और इंटेन्सीटी ऑफ़ करंट कहते है । इसलिए जब उन्होंने उसका काम पब्लिक में प्रकाशित किया तो उन्होंने (I) अक्षर से दिखाया गया
Ohms Law Calculator
आप उन सूत्रों से भी अभ्यास कर सकते हैं जहां ऊपर फोटो के त्रिकोण में दिखाया है वैसे (V) के बजाय (E) अक्षर का उपयोग किया जाता है। (E) EMF या इलेक्ट्रोमोटिव बल को नामपणे के लिए है, लेकिन इसके बारे में चिंता न करें, बस (R) का उपयोग करते है।
Find Current With Om Ka Niyam
यदि ओम के लॉ की मदत से यदि हम करंट को खोजना चाहते हैं, तो हमें करंट को मतलब त्रिकोण में दर्शाया (I) अक्षर को ढककर (I) = लिखते हैं, और फिर बचे हुए V और R मिलते है।

तो त्रिकोण में बचे V और R त्रिकोण में कैसे दीखते है वैसे ही उनको लिखते है। मतलब V एक छेद की तरह R से ऊपर है, इसलिए हम इसे V ÷ R लिख सकते हैं। इसलिए करंट, वोल्टेज और रेजिस्टेंस के भाग के बराबर होता है।
मतलब हम ऊपर फोटो में दिखाए गए I को छुपकर V को R से छेद कर लेंगे। मतलब I = V ÷ R
Om Ka Niyam To Find Resistance
यदि ओम के लॉ की मदत से यदि हम रेजिस्टेंस को खोजना चाहते हैं, तो हमें रेजिस्टेंस को मतलब त्रिकोण में दर्शाया (R) अक्षर को ढककर (R) = लिखते हैं, और फिर बचे हुए V और I हिसाब करके रेजिस्टेंस मिलता है। R = V ÷ I

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